Friday, August 15, 2014

marathi poem:- साहेब

साहेब 

साहेब तुमचा तो हसमुख चेहरा 

डोळ्यांच्या त्या भेदक नजरा 

आजही काळजात घर करून आहेत 

तुमच्यासाठी शब्द माझे आजही आर्त आहेत 


बोलण्याने कधी कुणी तुमच्या दुखावला नाही 

दाराशी कधी कुणी हिरमुसला नाही 

तुमची भाषाच अशी

 दुधात साखर जशी 


तुमचे नेतृत्व , तुमचा विश्वास 

तुमचा उत्साह , तुमची उदारता 

सार कस नावाजण्याजोग 

म्हणूनच तर गाव माझ आज पुढारलेल 


कस सांगू तुम्ही गेलात तेव्हा काय वाटलं 

विकासाच तळ एकाएक आटल 

एकवटून आभाळ सार 

मनामध्ये दाटल 







Saturday, August 2, 2014

हिंदी कविता : भारत

भारत 

एक विचार हैं भारत 

एक संस्कृती हैं भारत । 

एक भाषा हैं भारत 

विविधता मैं एकता का
नारा हैं भारत। 


भौगोलिक सीमाओ में रेखित
देश हैं भारत । 


जन जन के मन का
वेष हैं भारत । 


हजारो सालो से चल रही
कहानी हैं भारत।  


करोडो जीवो की
जननी हैं भारत । 


सर्वोत्तम लोकतंत्र की जग मैं
पहचान हैं भारत । 


सुवर्णलिखित इतिहास की
शान हैं भारत । 


गुरु और ज्ञान का
पूजन हैं भारत । 


अध्यात्म और विग्यान का
मिलन हैं भारत । 

भारत माता की जय ।








Marathi Poem-कडा


पंछी की उड़ान

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