Feelings about New year. Time is as it is. Its we who are counting it.
Traveling with it till our journy. Collecting painful and cherishing
moments from it.
Jokes, Marathi, English and Hindi poems, Spiritual, What's app status, Art, Quotes, Other entertaining content developed in free time
Monday, December 29, 2014
Monday, December 22, 2014
Marathi Poem:- गुढ
शब्द गुढ
भाव गुढ
डोळ्यांच्या किना-यावर अश्रू आरूढ
मिळेना वाट
फुटेना पाट
हृदयाचे रांजण भरले काठोकाठ
कसा चढावा डोंगर
कसे कापावे अंतर
मनी पेटले काहूर
पणतीचा प्रकाश
झेपन्या आकाश
कसा करावा वनवा
रान सारे ओले
Wednesday, December 17, 2014
Hindi Poem-सवाल
दरिंदगी की हदें पार कर
न जाने कहा जा रहे हो ?
खेल खून का खेलकर
न जाने क्या जीत रहे हो ?
लाशो के ढेर गिराकर
न जाने क्या दिखा रहे हो ?
हैवानियत के इस कारनामो पे
किससे इनाम पा रहे हो ?
किताबे पढने की जगहों पे
गोलिया बरसा रहे हो
नन्हे बच्चो पर भी
कहर ढा रहे हो ।
इंसानियत के इस कत्ल पे
हरगिज चुप न रहे हम
देश धर्म हो कोई भी
मासूमो की याद मे
अपने दिल में शांति के बीज बोये हम ।
Subscribe to:
Posts (Atom)
पंछी की उड़ान
पंछी की उड़ान एक नन्हा तालाब का पंछी सुनता गरूड़ो की कहानियाँ, उसे बहुत पसंद आती पहाड़ों की ऊंचाइयाँ। फिर उसने देखा एक ख्वाब और दिल में इ...
-
मराठी कविता:- बेरोजगारी किती जागा भरल्यात तुम्ही गेल्या कित्येक वर्षात? किती संसार सुखावलेत तुम्ही गेल्या कित्येक वर्षात ? किती बेरोजग...