Thursday, November 3, 2022

उखाणे 1

 

 तोंड सर्वांचे लाल करतो विडा

रातराणीच्या फुलांचा रात्री पडतो सडा

...... राव माझे पती असे जणू गोड गोड पेढा

 

श्रावणात बरसल्या, धुंद जलधारा…
__रावांमुळे फुलला, संसाराचा फुलोरा

 

मेघ मल्हार रंगातच, श्रावणसर कोसळते…
__ च्या नावाने माझे, जीवनपुष्प बहरते

 

 

 


 

पंछी की उड़ान

 पंछी की उड़ान एक नन्हा तालाब का पंछी सुनता गरूड़ो की कहानियाँ,  उसे बहुत पसंद आती  पहाड़ों की ऊंचाइयाँ। फिर उसने देखा एक ख्वाब और दिल में इ...