Friday, March 8, 2013

नियम


भौतिक  जीवन का मुख्य नियम भूल गए हम
प्रकाश बनता सात रंगों से भूल गए हम

धर्म को जाना हमने रंगोसे
स्टेटस को पहचाना हमने कर्मोसे

बहती नदियों का महत्व भूल गए हम
अब तो फिल्टरसे आये जल कोही शुद्ध समझ लिये हम

डटके खड़े पेडोको काटते चले हम
धुल, गर्मी, बारिश, सर्दी पे और चिल्लाते चले हम

पर्यावरण चक्र फसा अब किताबो में
धून्डने पड़ते दुर्बिनसे प्राणी जंगलोमें

नौबत तो अब यहाँ तक आ पड़ी
खोजते फिरते जंगल पर्यटन के लिए

क्या ये सब कर रहे हम  विकास के लिए ?

क्यों हो गयी हमारी दृष्टी इतनी कमजोर ?

क्यों नहीं सुनाई देता धरती के विनाश का शोर?

पंछी की उड़ान

 पंछी की उड़ान एक नन्हा तालाब का पंछी सुनता गरूड़ो की कहानियाँ,  उसे बहुत पसंद आती  पहाड़ों की ऊंचाइयाँ। फिर उसने देखा एक ख्वाब और दिल में इ...